Tuesday, 4 August 2020

National festival


National festival

 India is a unique country in the world.  There is variety in culture, geographical composition, temperature, weather, caste, religion, varna-cult, tradition, living, food, food, sandalwood, sandalwood, worship, etc.  There is also diversity in festivals.

 Twelve months to twelve festivals are the specialty of my country.  The national festival is called that which is celebrated with great fanfare from the entire nation i.e. from Kashmir to Kanyakumari.  Fifteen August, and 26 January is our national festival.  These days, from the village to the capital of the country, Delhi, the national flag is hoisted in all offices, government, semi-government, etc.  The national anthem is sung and a salute is given.  Songs of national unity are sung on this occasion.  Cultural programs are organized.

 The sole purpose of the national festival is to increase the spirit of patriotism, patriotism in the hearts of all the countrymen.  We should stay alive, our flag should remain to promote this feeling.  The land of my country is my heaven, everything is there.  Dispose of everything to protect it.

 Religion, caste, and distinction are definitely there in my country, but in the time of crisis we all are one.  The Indo-Pakistan War of 1975, the Bangladesh Liberation War of 1971 and the Dras Kargil War are examples of this.  Our unity, sense of integrity has been instilled in national festivals.

 India is considered a country of festivals, but the importance of national festivals is different.  On this day, forgetting our communal spirit, personal, religion, caste, come together under the tricolor flag.  If the country is safe, we are safe, this ideology should flourish in us.

 The national festival is celebrated in the school itself.  We are one, we are noble, this is a proof of national festival.  On this day, knowledge - unknown martyrs are remembered.  Freedom soldiers are respected.  National festivals are required to maintain unity, integrity, I believe.


Hindi Translation 

राष्ट्रीय त्यौहार 

संसार में भारत एक अनोखा देश है । यहाँ की संस्कृति , भौगोलिक रचना , तापमान , मौसम , जाति , धर्म , वर्ण - पंथ , परंपरा , रहनसहन , खान - पान , चंदन - वंदन , पूजा - पाठ आदि में विविधता हैं । त्योहारों में भी विविधता है । 

बारह मास को बारह त्यौहार ये मेरे देश की विशेषता है । राष्ट्रीय त्यौहार उसे कहते है जो समूचे राष्ट्र यानी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक बडे धूमधामसे मनाया जाता है । पंद्रह अगस्त , और छब्बीस जनवरी हमारे राष्ट्रीय त्यौहार है । इन दिनों गाँव से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक सभी कार्यालय , सरकारी , अर्धसरकारी , आदि जगह राष्ट्रध्वज फहराया जाता है । राष्ट्रगीत गाया जाता है और सलामी दी जाती है । इस मौके पर राष्ट्रीय एकता के गीत गाए जाते है । संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है । 

राष्ट्रीय त्यौहार का एकमात्र उद्देश्य है सारे देशवासियों के दिल में राष्ट्रप्रेम , राष्ट्रभक्ति की भावना बढ़ाना । हम रहें यान रहें , हमारा झंडा रहना चाहिए इस भावना का संवर्धन करना । मेरे देश की धरती ही मेरा स्वर्ग है , सबकुछ है । उसकी रक्षा के लिए सबकुछ न्यौछावर करें । 

मेरे देश में धर्म , जाति , और भेद जरुर है , मगर संकट के समय हम सब एक होते है । १ ९ ६५ का भारत - पाकिस्तान युद्ध , १ ९ ७१ का बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और द्रास कारगिल युद्ध इसके उदाहरण है । हमारी एकता की , अखंडता की भावना राष्ट्रीय त्यौहारोंमे जगाई है । 

भारत त्यौहार का देश जरुर माना जाता है परंतु राष्ट्रीय त्यौहारों का महत्त्व कुछ अलग ही है । इस दिन हम अपनी सांप्रदायिक भावना , व्यक्तीगत , धर्म , जाति भूलकर एकसाथ तिरंगे ध्वज के नीचे आ जाते हैं । देश सुरक्षित तो हम सुरक्षित , यह विचारधारा हमारे अंदर पनपनी चाहिए ।

राष्ट्रीय त्यौहार का संस्कार स्कूल में ही हो जाता है । हम एक हैं , हम नेक हैं इस का सबूत होता है राष्ट्रीय त्यौहार । इस दिनों ज्ञान - अज्ञात शहीदों को याद किया जाता है । स्वतंत्रता सैनिकों का सम्मान किया जाता है । एकता , अखंडता कायम रखने के लिए राष्ट्रीय त्यौहारों की आवश्यकता होती है , ऐसा मेरा मानना है ।


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